
परिवर्तन नित - सत्य, अटल और अविघटनक्यों कि सृष्टि में जीवन कामूल है परिवर्तनसूर्य का उगना और फिर छिपनाअपनी धुरी पर पृथ्वी का घूमनाकली का पुष्प में बदलनाफिर खुशबू से महकनापानी की लहरें और हवा का गुजरनाफलों का पकना, पंक्षियों का चहकनाबर्फ...
परिवर्तन नित - सत्य, अटल और अविघटन क्यों कि सृष्टि में जीवन का मूल है परिवर्तन सूर्य का उगना और फिर छिपना अपनी धुरी पर पृथ्वी का घूमना कली ...